कलीसिया बहुत सारे ढोंगियों से भरी हुई हैं जो पूरी तरह विश्वासघाती हैं। शैतान की मुख्य कुँजी ने हमेशा धोखा और ढोंग किया है। एक सेवक, जो एक ढोंगी के मुखौटे के माध्यम से नहीं देख सकता है वह अपने अंधापन के लिए नुक्सान उठायेगा। धमकी, परिचित और भ्रम की दुष्ट आत्मायें हैं जो कि सेवकों लडती हैं। बहुत समय लोगों को को पता नहीं होता है कि उनसे कौन लड़ रहा है। यह किताब आपकी पहचान करने और भीतर से दुश्मन का मुकाबला करने में मदद मिलेगी।
जो लोग ढोंग करते हैं
Description
कलीसिया बहुत सारे ढोंगियों से भरी हुई हैं जो पूरी तरह विश्वासघाती हैं। शैतान की मुख्य कुँजी ने हमेशा धोखा और ढोंग किया है। एक सेवक, जो एक ढोंगी के मुखौटे के माध्यम से नहीं देख सकता है वह अपने अंधापन के लिए नुक्सान उठायेगा। धमकी, परिचित और भ्रम की दुष्ट आत्मायें हैं जो कि सेवकों लडती हैं। बहुत समय लोगों को को पता नहीं होता है कि उनसे कौन लड़ रहा है। यह किताब आपकी पहचान करने और भीतर से दुश्मन का मुकाबला करने में मदद मिलेगी।
Reviews
There are no reviews yet.